मंगलवार, 15 फ़रवरी 2011

भारतीय संस्कृति में विज्ञान की पैठ

पिछले दिनों शुरू की गयी चर्चा को हम तुलसी के पौधे से आगे बढ़ाते हैं.भारतीय संस्कृति और प्राचीन भारतीय शास्त्रों जैसे आयुर्वेद और वास्तु शास्त्र आदि  में भी तुलसी के पौधे को बड़ा ही महत्त्व प्रदान किया गया है .इसबारे में अधिक विस्तार से जाने पर विषयांतर का भय है ,इसलिए इतना ही कह कर आगे विज्ञान की चर्चा करते हैं आज वैज्ञानिकों ने अनेक प्रकार के शोध कर के यह प्रमाणित कर दिया है क़ि तुलसी के पौधे को लगाने से वायु प्रदुषण बहुत हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.तुलसी का पौधा ऐसा पौधा है जो दिन रात दोनों में ही ऑक्सीजन प्रदान करता है.इसके साथ ही मच्छर आदि रोगाणु पैदा करने वाले कीट भी इसके नजदीक नहीं फटकते हैं.
         हमारी संस्कृति में प्रत्येक घर में इसकी पूजा का विधान शायद इसीलिए बनाया गया होगा क़ि इसी बहाने लोग इसे अपने आँगन में लगायेंगे और इससे होने वाले फायदे उठा सकेंगे.इस बारे में सोचियेगा जरुर.

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